Bangladesh: बीएनपी ने किया आम चुनाव का बहिष्कार करने का एलान; शेख हसीना की अवामी लीग को हो सकता है इसका फायदा
पूर्व प्रधानमंत्री जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी द्वारा इन चुनावों का बहिष्कार करने और अवामी लीग के खिलाफ कोई अन्य विश्वसनीय विपक्षी दल नहीं होने के कारण उसे बढ़त मिलने की संभावना है। कहा ये भी जा रहा है कि अवामी लीग लगातार चौथी बार सरकार बना सकती है।
भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में नए साल की शुरुआत में ही आम चुनाव होना है। ऐसे में वहां राजनीतिक घटनाक्रम बड़ी तेजी से बदल रहा है। इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने इन चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा की है। अगर बीएनपी ऐसा करती है तो इसका सबसे बड़ा फायदा सत्तारूढ़ अवामी लीग को मिल सकता है।
जातीय पार्टी के नेताओं ने की पीएम हसीना के साथ बैठक
जापा के पूर्व महासचिव मोशिउर रहमान रंगा ने विद्रोही गुट के नेताओं को समर्थन देने को लेकर प्रधानमंत्री हसीना के साथ बैठक की। इसके बाद, उन्होंने कहा कि हम आगामी चुनावों में जीएम क्वाडर के कार्यों का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने जातीय पार्टी पर जबरन कब्जा कर लिया है। ऐसे में रौशन इरशाद ने प्रधानमंत्री से जातीय पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करने का अनुरोध किया है। इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री इस मामले पर गौर करने के लिए सहमत हो गये हैं।
हसीना को लेकर यह बड़ा दावा
इस बीच, बांग्लादेश की कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि शेख हसीना ने अपने वरिष्ठ कैबिनेट और पार्टी सहयोगियों को ‘बागी उम्मीदवारों’ को हतोत्साहित न करने का निर्देश दिया है। दरअसल, संसदीय चुनाव के लिए पार्टी से टिकट न पाने वाले अवामी लीग के कई नेताओं ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। ऐसे में शेख हसीना का ये निर्देश सामने आया है। बता दें कि जातीय पार्टी कभी सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेतृत्व वाले ग्रैंड अलायंस की भागीदार थी।
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी द्वारा इन चुनावों का बहिष्कार करने और अवामी लीग के खिलाफ कोई अन्य विश्वसनीय विपक्षी दल नहीं होने के कारण उसे बढ़त मिलने की संभावना है। कहा ये भी जा रहा है कि अवामी लीग लगातार चौथी बार सरकार बना सकती है।