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पीएम ने गढ़वाल से लेकर हरिद्वार के मतदाताओं को साधा
ब्रह्मकमल, हुड़का और शक्तिपीठों के साथ हरकी पैड़ी और मां गंगा का किया जिक्र
सीएम धामी ने पीएम को प्रतीक चिन्ह के तौर पर भेंट किया हुड़का
विजय संकल्प यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में ब्रह्मकमल, हुड़का और गढ़वाल के तीन प्रमुख शक्तिपीठों का जिक्र कर गढ़वाल के मतदाताओं को, गंगा और हरकी पैड़ी से हरिद्वार के मतदाताओं को साधने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतीक चिन्ह के तौर पर प्रधानमंत्री को हुड़का भेंट किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देवभूमि में देवताओं के आह्वान करने की परंपरा है। हुड़का का नाद देवी-देवताओं के आह्वान करने में ऊर्जा देता है। आज मुझे भी देवता रूपी जनता जनार्दन का आह्वान करने के लिए हुड़का बजाने का सौभाग्य मिला है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस विकास और विरासत दोनों की विरोधी है। उत्तराखंड का कोई निवासी ये नहीं भूल सकता कि कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए। लेकिन राम मंदिर बनाने वालों ने कांग्रेस के गुनाह माफ कर उनके घर जाकर निमंत्रण दिया। लेकिन कांग्रेस ने उसका भी बहिष्कार किया। पीएम ने कहा कि अब तो कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि हिंदू धर्म में जो शक्ति है उसका विनाश करेंगे। कांग्रेस शक्ति स्वरूपा मां धारी देवी, मां चंद्रबदनी देवी, मां ज्वाल्पा देवी की शक्ति को खत्म करना चाहती है। कहा कि उत्तराखंड की आस्था को तबाह करने की जो साजिशें चल रही हैं उसमें कांग्रेस की ये बातें आग में घी का काम करेंगी। उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है।
हरिद्वार के मतदाताओं को जोड़ने के लिए मोदी ने कहा कि आपको भूलना नहीं है ये वही कांग्रेस है जो कहती रही है कि हरकी पैड़ी मां गंगा किनारे नहीं बल्कि नहर के किनारे बसी है। अब ये गंगा के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं। इन्हें उत्तराखंड के लोग सबक सिखाकर रहेंगे। उत्तराखंड की पहचान ब्रह्मकमल से जुड़ी है। ये धरती ब्रह्मकमल की है। इसलिए इस बार भी यहां पांच कमल खिलने चाहिए। पांचों कमल इसलिए खिलाने हैं, क्योंकि हम विकसित भारत का संकल्प लेकर चले हैं। विकसित भारत संकल्प के लिए विकसित उत्तराखंड हमारी प्राथमिकता है। इस काम के लिए मेरा पल-पल आपके नाम है। मेरा पल-पल देश के नाम है। 24 घंटे सातों दिन मेरी गारंटी है।
संत बोले – मोदी है तो विकास है
आईडीपीएल केंद्रीय विद्यालय के समीप मैदान में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजय रैली में संत-महंत भी शामिल हुए। लोकसभा टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार सीट से पहुंचे संतों ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश का बेटा है। मोदी है तो विकास है।
जब तक देश में मोदी की सरकार रहेगी, देश विकास की ओर अग्रसर होगा। फिर मोदी की सरकार बनेगी। इसके लिए मोदी को अपना वोट देंगे। – स्वामी शिवानंद सरस्वती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का बेटा है। मोदी से संतों को बहुत अपेक्षा है। उम्मीद है कि भाजपा का स्लोगन अबकी बार चार 400 पार पूरा होगा। – स्वामी आदित्यानंद
नरेंद्र मोदी है तो सब कुछ संभव है। मोदी ने देश के विकास के लिए बहुत कुछ किया है। वह यहां पर मोदी के भाषण को ही सुनने पहुंचे हैं। – स्वामी रामपाल
कांग्रेस सरकार में विकास की गति थम गई थी। मोदी सरकार के आने से लोगों को केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं को लाभ मिल रहा है। – स्वामी मांगीलाल
प्रधानमंत्री की रैली की झलकियां….
काले कपड़े पहनकर आने वालों को लौटाया
प्रधानमंत्री की विजय संकल्प रैली में मोदी को सुनने के लिए काली जींस, काली टी-शर्ट और काला रूमाल लेकर आने वाले लोगों को चेकिंग के दौरान वापस लौटा दिया गया। आसपास के कई लोग घर से कपड़े बदलकर दोबारा रैली में पहुंचे और पीएम मोदी को सुना।
सोशल मीडिया पर नजर लगाए रहे लोग
विजय संकल्प रैली में मोदी का भाषण सुनने के लिए लोग सोशल मीडिया पर नजर लगाए रहे। कई लोग रैली स्थल के बाहर पेड़ की छांव में बैठकर भाषण सुनते दिखे। जबकि कई लोग अपने घरों में टीवी पर लाइव कार्यक्रम देखते रहे।
हेलिकॉप्टर की फोटो बनाते रहे लोग
विजय संकल्प रैली में प्रधानमंत्री के हेलिकाॅप्टर उतरने और जाने के दौरान कई लोग हेलिकाॅप्टर का वीडियो बनाते रहे। रैली समाप्त होने के बाद लोग मोबाइल से हेलिकाॅप्टर का वीडियो बनाते दिखे। कई लोग हेलिकॉप्टर के साथ दूर से सेल्फी खींचते नजर आए।
भजन-कीर्तन करते मोदी को सुनने को पहुंचे लोग
विजय संकल्प रैली में प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए बीस बीघा, बापू ग्राम और अन्य स्थानों से कई लोग ढोलक, चिमटा और मजीरा लेकर पहुंचे। इन लोगों ने भजन-कीर्तन किया। कई कार्यकर्ता मोदी-मोदी के नारे लगाते हुए रैली स्थल पर पहुंचे।
प्लास्टिक की बोतलों के ढेर लगे
प्रधानमंत्री मोदी की रैली स्थल पर पुलिस अधिकारियों और जवानों के लिए पीने के पानी की बोतलाें का इंतजाम किया गया था। इससे रैली स्थल के आसपास प्लास्टिक की खाली बोतलों का ढेर लग गया। रैली खत्म होने के बाद कबाड़ी बोतलों को एकत्र करते दिखे।
मोदी के प्रशंसकों में दिखा उत्साह
विजय संकल्प रैली में मोदी के प्रशंसकों में उत्साह दिखा। महिला प्रशंसक भाजपा का चुनाव चिह्न कमल के फूल की साड़ियां पहनीं नजर आईं। कई प्रशंसक मोदी के नाम की टी-शर्ट पहने दिखे। एक प्रशंसक अपने शरीर को हरा और भगवा रंग में रंगकर पहुंचा। प्रशंसक ने अपने शरीर पर स्वागत मोदी जी, मैं हूं मोदी का परिवार, अबकी बार 400 पार समेत भाजपा का चुनाव चिह्न कमल बनाया था, जो पंडाल में मौजूद लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। कई प्रशंसक मोदी के मुखौटा और पार्टी का झंडा लहराते हुए नजर आए।
एयरपोर्ट पर भाजपाइयों ने किया मोदी का स्वागत
जौलीग्रांट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एयरपोर्ट पहुंचने पर भाजपाइयों ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी वायु सेना के विशेष विमान से सुबह 11:20 बजे दिल्ली से देहरादून एयरपोर्ट पहुंचे। जिसके बाद प्रधानमंत्री हेलिकॉप्टर से ऋषिकेश को रवाना हुए। एयरपोर्ट से तीन हेलिकॉप्टरों ने ऋषिकेश के लिए उड़ान भरी। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। ऋषिकेश में जनसभा को संबोधित करने के बाद मोदी हेलिकॉप्टर से 1:10 बजे जौलीग्रांट पहुंचे। जिसके बाद वह वायु सेना के विशेष विमान से 1.30 बजे वापस दिल्ली रवाना हुए।
इस बार पीएम मोदी ने नहीं पहनी पहाड़ी टोपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी गढ़वाल मंडल के किसी कार्यक्रम या फिर चुनावी रैली में आए हर बार उत्तराखंडी टोपी पहने नजर आए। लेकिन इस बार तीन संसदीय सीटों की चुनावी रैली में उन्होंने पहाड़ी टोपी नहीं पहनी। जानकारों की मानें तो यदि यह चुनाव रैली दो संसदीय सीटों गढ़वाल और टिहरी की होती तो पीएम मोदी पहाड़ी टोपी पहनकर आते। लेकिन इस रैली के माध्यम से हरिद्वार के मतदाताओं तक अपना संदेश पहुंचाना था, इसलिए उन्होंने पहाड़ी टोपी नहीं पहनी।
100 बसों से मोदी को सुनने पहुंचे कार्यकर्ता
जौलीग्रांट। क्षेत्र के भाजपा के चारों मंडलों के नेताओं ने दावा किया कि 100 बसों में सवार होकर कार्यकर्ता पीएम मोदी को सुनने के लिए ऋषिकेश पहुंचे। इसमें काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण गैरोला ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में भीड़ ने रिकार्ड तोड़ा है। ईश्वर रौथाण, जिला मंत्री विनय कंडवाल, ईश्वर रौथाण, सुरेशानंद बडोला, केपी मालासी, सतीश रतूड़ी, मनीष यादव, यशपाल चौहान, चंद्र बल्लभ लखेड़ा आदि उपस्थित रहे।