चकराता और मसूरी समेत प्रदेशभर में जंगल आग से धधक रहे हैं। राज्यभर में पिछले 24 घंटे में वनाग्नि की 31 घटनाएं सामने आई हैं। जिसमें सबसे अधिक 18 घटनाएं कुमाऊं और 11 घटनाएं गढ़वाल मंडल के जंगलों की हैं। वन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक इससे 38 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
राज्य में जंगलों में लगी आग के मामले थम नहीं रहे हैं। बुधवार को हुई 31 घटनाओं को मिलाकर राज्यभर में इनकी संख्या बढ़कर अब 164 हो गई है। वन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में वन प्रभाग उत्तरकाशी के आरक्षित क्षेत्र में दो, वन पंचायत में एक, मसूरी वन प्रभाग में तीन, वन पंचायत में एक, चकराता वन प्रभाग के तहत वन पंचायत में तीन, लैंसडाउन वन प्रभाग आरक्षित क्षेत्र में एक, नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क वन प्रभाग आरक्षित वन क्षेत्र में एक आग की घटना हुई है। इसके अलावा नैनीताल वन प्रभाग, रामनगर वन प्रभाग, सिविल सोयम अल्मोड़ा वन प्रभाग, हल्द्वानी वन प्रभाग समेत कुछ अन्य वन प्रभागों में भी जंगल आग से धधक रहे हैं।
164 घटनाओं से 178 हेक्टेयर वन क्षेत्र हुआ प्रभावित
जंगलों को आग से बचाने के लिए हर साल की तरह इस साल भी वन विभाग की ओर से मैराथन बैठकें की गई थी, लेकिन जंगलों में आग की घटनाएं तेजी से बढ़ती जा रही है। एक नवंबर 2023 से अब तक वनाग्नि की 164 घटनाओं में 178 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।