Election 2024: इन नेताओं का रिकॉर्ड तोड़ पाना है असंभव, मानवेंद्र शाह से लेकर खंडूड़ी तक का लिस्ट में है नाम
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इस बार चुनावों में पांच सीटों पर दोनों ही बड़ी सियासी पार्टियों के 10 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें छह पहली बार आम चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, संसदीय चुनाव में प्रदेश में सबसे अधिक बार जीत का रिकॉर्ड मानवेन्द्र शाह के नाम पर दर्ज है।

संसदीय चुनाव में उत्तराखंड में सबसे अधिक बार जीत का रिकॉर्ड अगर किसी के नाम दर्ज है तो वह मानवेन्द्र शाह के नाम है। वह टिहरी लोकसभा सीट से आठ बार सांसद चुने गए। इसके बाद बीसी खंडूड़ी पांच बार लोकसभा पहुंचे।
खंडूड़ी अपने मामा और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम हेमवती नंदन बहुगुणा की कभी लोकसभा सीट रही पौड़ी गढ़वाल से 1991 में पहली बार सांसद चुने गए। इस सीट से खंडूड़ी पांच बार लोकसभा पहुंचे। इस चुनाव में इन दोनों का ही रिकॉर्ड टूटना नामुमकिन है जबकि हरदा और बचदा 4-4 बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। इनके चुनावी रिकॉर्ड की बराबरी उस स्थिति में हो सकती है जब टिहरी से माला राज्य लक्ष्मी शाह चुनाव जीत जाएं। हालांकि उनकी जीत या हार भविष्य के गर्भ में छिपी है।
वर्तमान में 18वीं लोकसभा के लिए प्रदेश की पांच सीटों के लिए चुनाव की रणभेरी बजने के बाद अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में हैं।
इस बार चुनावों में पांच सीटों पर दोनों ही बड़ी सियासी पार्टियों के 10 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें छह पहली बार आम चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। चार प्रत्याशी दूसरी और चौथी बार मैदान में हैं। इनमें भाजपा से माला राज्य लक्ष्मी शाह, अजय टम्टा और कांग्रेस से प्रदीप टम्टा चौथी बार जबकि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट दूसरी बार सांसद बनने लिए सियासी जोर आजमाइश में जुटे हैं।